शीर्ष सहकारी संस्था के रूप में उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लि० की स्थापना 12 मार्च, 1959 को प्रदेश के कृषकों को दीर्घकालीन कृषि एवं कृषि आधारित कार्यों हेतु ऋण उपलब्ध कराकर उनकी आय में वृद्धि करने एवं साहूकारों के शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए की गयी।
विगत 64 वर्षों से बैंक अपनी 323 शाखाओं के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले कृषकों को दीर्घकालीन ऋण की सुविधा उपलब्ध कराकर उनकी आर्थिक एवं सामाजिक स्तर को बेहतर बनाने का कार्य कर रहा है।