उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक की स्थापना का प्रारम्भिक उद्देश्य कृषकों को साहूकारों से मुक्ति प्रदान करना था। गत पचास वर्षों में बैंक ने इससे भी आगे बढ़कर सराहनीय कार्य किया है। बैंक अपनी 323 शाखाओं के माध्यम से प्रदेश के कृषकों विशेषकर लघु व सीमान्त कृषकों को दीर्घकालीन कृषि व कृषि आधारित कार्यों हेतु ऋण उपलब्ध कराकर उनकी सर्वांगीण आर्थिक उन्नति में सहयोग प्रदान करता है। वर्तमान में संस्था के सदस्यों की संख्या लगभग 30.38 लाख है, जिनमे से लगभग 94 प्रतिशत लघु एवं सीमान्त कृषक है।